يا سعود العلي عذبني بلغه القرود‎ بدون انترنت ‎

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विवरण

يا سعود العلي عذبني‎ بدون انترنت
يا سعود العلي عذبني بلغه القرود
ياسعود العلي عذبني
ملهوف الحشا واتعبني
واغبني عليه وا غبني
من غير جميع ارقامه
صده ماعرفت اسبابه
واللي ماحسبت حسابه
غير رقمه و واتسابه
وسنابه مع استقرامه
هجره خنجرٍ في كبدي
وا وجدي عليه وا وجدي
وجد المستاهم بنجدي
لاهبت عليه انسامه
نارٍ تصطلي في جوفي
وان طال الجفا يا خوفي
ان ما شفته افقد شوفي
والمغرم تروح ايامه
ماشفته حوالي حولي
مالي حيله ولا حولي
خذني للمطار الدولي
والمشتاق شد حزامه
حولني بصالة هثرو
واركب باصها والمترو
ياللي مادريتوا فادروا
عاشق لعنبوا من لامه
وص الناس فردن فردن
يامن عينه في لندن
قله لو فؤادي معدن
ذاب من الجفا من عامه
ओह सऊद अल-अली ने मुझे इंटरनेट के बिना यातना दी
ओह सऊद अल-अली ने मुझे बंदरों की भाषा के साथ यातना दी
ओह सऊद अल अली ने मुझे प्रताड़ित किया
थका, थका, थका
और मुझे हंसाया और धोखा दिया
उसकी सारी संख्या नहीं
इसके कारणों को नहीं जानते
और किसने उसका हिसाब नहीं रखा?
उसका नंबर और व्हाट्सएप बदलें
और उसकी इज्जत से खिलवाड़ करें
मेरे कलेजे में खंजर छोड़ दिया
वा और मेरे दादाजी यह और मेरे दादा
अंशिका ने पेंगदी को पाया
मैंने उसे अपनी बाँहों में फँसा लिया
भूमिगत में आग लगना
और अगर सूखा लंबा है, तो मेरा डर
मैंने जो देखा, मैं अपना लुक खो देता हूं
और धूम्रपान करने वाला अपने दिन जाता है
मैंने इसे अपने आसपास देखा
मेरे आसपास कोई चाल नहीं है
मुझे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ले चलो
और मुश्ताक ने अपनी बेल्ट को कस दिया
हीथ्रो हॉल ने मुझे बदल दिया
बस और मेट्रो में जाओ
हे मदृता वे चले गए
अपनी मां से अंगूर का एक प्रेमी
लोगों का चोर
उन्होंने लंदन में अपनी आंख सुरक्षित कर ली
यह कहें कि अगर फोड़ी धातु
साल के सूखे से पिघला

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