हर आदमी में सांस लेता है एक पत्रकार !!! जो सब कुछ देखता है समझता भी है, जानता भी है और विमर्श भी करता है !!! वह गन्दगी देख कर झल्लाता है तो कानून- व्यवस्था की बिगड़ी हालत पर चिंतित होता है !!! वह हादसों का साक्षी होता है !!! बस कमी है तो एक माध्यम की, जहा से उसकी आवाज को अवाम सुन सके, पढ़ सके !!! अब यह कमी भी हो गयी है दूर !!! नीचे लिखे बॉक्स को भरे और जननायक के माध्यम से बने अवाम के नायक बने ।